दिल्ली में विधानसभा चुनाव के मद्देनजर
केजरीवाल सरकार का एक रिपोर्ट कार्ड जारी किया है। बीते 5 सालों में दिल्ली सरकार
की प्राथमिकता में शिक्षा रही है। यह बात रिपोर्ट कार्ड में पहला स्थान शिक्षा को
देने से स्पष्ट भी होता है। लेकिन शिक्षा के क्षेत्र में सरकार की जो उपलब्धियां
रिपोर्ट कार्ड में बताई गई है, वह झूठ का पुलिंदा मात्र है।
कायदे से आम आदमी पार्टी को अपने उन चुनावी वायदे का हिसाब किताब देना चाहिए था, जिसे सामने रखकर वह प्रचंड बहुमत से सत्ता में आई थी । लेकिन उन वायदों को भूल भ्रमित करने वाले तथ्य जनता के सामने परोसे जा रहे है।
आप ने 2015 के चुनाव के समय 500 नए सरकारी स्कूल खोलने, दिल्ली
के सभी निवासियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने, 17000 शिक्षकों की बहाली करने और शिक्षा
के लिए बजट बढ़ाने के वादे किये थे।